Nakoda Bhairav Chalisa | Nakoda Bhairav Chalisa Lyrics

 श्री नाकोड़ा भैरव मंदिर Nakoda Bhairav Chalisa के बारे में गहराई से जानने के लिए आपका स्वागत है, एक गुप्त रत्न जो श्री नगर के आश्चर्यजनक शहर के बीच में स्थित है। इस व्यापक गाइड में, हम इतिहास, महत्व, वास्तुकला, अनुष्ठानों और आध्यात्मिक आभा में गहराई से देखेंगे जो इस उल्लेखनीय अभयारण्य को घेरती है। श्री नाकोड़ा भैरव मंदिर Nakoda Bhairav Chalisa के आसपास के रहस्य को उजागर करते हुए हमारे साथ जुड़ें और जानें कि यह आध्यात्मिक और सांस्कृतिक विरासत के एक प्रकाश स्तंभ के रूप में क्यों खड़ा है।

श्री नाकोड़ा भैरव चालीसा

Nakoda Bhairav Chalisa | Nakoda Bhairav Chalisa Lyrics

II दोहा II

पाश्वर्नाथ भगवान की,

मूरत चित बसाए I

भैरव चालीसा लिखू,

गाता मन हरसाए II

II चौपाई II

नाकोड़ा भैरव सुखकारी I

गुण गाये ये दुनिया सारी II (1)

भैरव की महिमा अति भारी I

भैरव नाम जपे नर-नारी II (2)

जिनवर के हैं आज्ञाकारी I

श्रद्धा रखते समकित धारी II (3)

प्रातः उठ जो भैरव ध्याता I

ऋद्धि सिद्धि सब संपत्ति पाता II (4)

भैरव नाम जपे जो कोई I

उस घर में निज मंगल होई II (5)

नाकोड़ा लाखों नर आवे I

श्रद्धा से परसाद चढ़ावे II (6)

भैरव-भैरव आन पुकारे I

भक्तों के सब कष्ट निवारे II (7)

भैरव दर्शन शक्ति-शाली I

दर से कोई न जावे खाली II (8)

जो नर नित उठ तुमको ध्यावे I

भूत-प्रेत पास आने नहीं पावे II (9)

डाकण छूमंतर हो जावे I

दुष्ट देव आडे नहीं आवे II (10)

मारवाड की दिव्य मणि हैं I

हम सब के तो आप धणी हैं II (11)

कल्पतरु है परतिख भैरव I

इच्छित देता सबको भैरव II (12)

आधि व्याधि सब दोष मिटावे I

सुमिरत भैरव शान्ति पावे II (13)